त्रि-स्तरीय पंचायत:अफसर-नेता चुनाव में व्यस्त, शहर की जनता बिजली-पानी के लिए परेशान; 24 घंटे बाद आज सप्लाई होगा पानी

त्रि-स्तरीय पंचायत और नगर निगम चुनाव में स्थानीय अफसर और जनप्रतिनिधि-नेता लगे हुए हैं। शहर की जनता अपनी मूलभूत सुविधा पानी और बिजली के लिए परेशान है। गुरुवार को पाइप लाइन फूटने से शहर में जलप्रदाय नहीं हो सका, इसके चलते शहरवासी पानी के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। सभी ने अपने-अपने स्तर से इंतजाम किए।

बिजली कंपनी का बारिश शुरू होने के बाद भी मेंटेनेंस नहीं रुक रहा। गुरुवार को पुराने शहर के कई इलाकों में 2 से 3 घंटे बिजली कटौती रही। इससे गर्मी के चलते लोग परेशान होते रहे। कई इलाकों में तो अघोषित कटौती कुछ समय के लिए दिनभर होती रही। शुक्रवार को भी कंपनी ने कटौती का शेड्यूल जारी किया है, जिसके चलते करीब 3 घंटे बिजली कटौती की जाएगी।

शिकायतों का समाधान नहीं

जलप्रदाय और बिजली से जुड़ी शिकायतों को निराकरण भी तय समय पर नहीं हो रहा है। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ रही है। समय पर बिल जमा करने के बाद भी इन्हें सुविधा नहीं मिल रही।

42 साल पुरानी लाइन, छह माह में दूसरी बार फूटी, 18 घंटे चला सुधार

शहर तक जलप्रदाय करने वाली दो पाइप लाइन में से एक बूढ़ी हो रही है। बुधवार रात मुल्लापुरा के पास गंभीर डेम से अंबोदिया आ रही लाइन फूट गई। इसे सुधारने का काम रात में शुरू किया, जो गुरुवार 8 बजे तक चलता रहा। गंभीर डेम के लाइन प्रभारी रामलाल ने बताया लाइन को सुधार दिया है। सुबह जलसप्लाई की जाएगी।

गंभीर डेम से अंबोदिया आने वाली 17 किमी की मुख्य लाइन छह माह में दूसरी बार फूट चुकी है। पीएचई और निगम के अफसरों से बात की तो उन्होंने कहा कि लाइन 42 साल पुरानी हो चुकी है। जबकि पाइप की लाइफ 40 से 50 साल होती है।

ऐसे में इस लाइन को बदलने की जरूरत आ खड़ी हुई है या पूरी लाइन की स्क्रीनिंग कर खराब हिस्से चिह्नित करते हुए बदलना होगा। नहीं तो यह लाइन कभी भी धोखा दे जाएगी। शहर में 63 हजार से अधिक कनेक्शन हैं, जहां गंभीर डेम से निकली दो प्रमुख लाइन निकलती है। एक लाइन अंबोदिया तो दूसरी गऊघाट स्थित फिल्टर प्लांट पहुंचती है। यहां से शहर में जलसप्लाई किया जाता है। शहर में 10 हजार पाइप लाइन का जाल बिछा हुआ है।

22 दिन में 80 शिकायत में से 5 पाइप लाइन लीकेज व फूटने की

चामुंडा माता स्थित पीएचई के कंट्रोल रूम पर पिछले 22 दिन में 80 से ज्यादा शिकायत पहुंची। इनमें ज्यादातर हैंडपंप खराब होने, पानी गंदा आने और पानी का प्रेशर स्लो होने की थी लेकिन इनमें 5 शिकायत ऐसी भी थी, जो पाइप लाइन फूटने व लीकेज की थी।

इनमें से दो बार तो पाइप लाइन उसी दिन दुरुस्त कर दी गई लेकिन तीन दिन ऐसे भी रहे, जब सुधारने में समय लगने के चलते सप्लाई नहीं हो सकी। अफसरों का मानना है कि खराब होना सामान्य प्रक्रिया है। उसे ज्यादा से ज्यादा एक दिन में दुरुस्त कर दिया जाता है।

टंकियों से सप्लाई होता है पानी, लाइन खराब होने से नहीं भर पाती

शहर में छोटी-बड़ी पानी की 44 टंकियां हैं। इनमें गंभीर डेम से अंबोदिया और गऊघाट स्थित फिल्टर प्लांट पर पानी पहुंचता है। यहां से पानी फिल्टर होकर दो मुख्य पाइप लाइन के जरिए टंकियों में पानी पहुंचता है, जहां से शहर के 63 हजार घरों में पानी पहुंचता है।

बड़ी पाइप लाइन फूटने या खराब होने पर टंकियों में पानी नहीं भर पाता, जिससे जलसप्लाई नहीं हो पाती। इसके अलावा शहर के अंदर छोटी लाइन फूटने या वॉल्व में खराबी आने से भी 6 से 10 कॉलोनियों में जलसप्लाई प्रभावित रहती है।

समस्या- मेंटेनेंस के नाम पर आज फिर बत्ती गुल

सुदामा नगर क्षेत्र में 3 घंटे कटौती

एक तरफ बारिश शुरू हो चुकी है, वहीं दूसरी तरफ बिजली कंपनी के मेंटेनेंस का काम अब तक भी पूरा नहीं हुआ है। गुरुवार को पुराने शहर के कई इलाकों में मेंटेनेंस के नाम पर 2 से 3 घंटे तक बिजली गुल रही। शुक्रवार को भी मेंटेनेंस के कारण कई क्षेत्रों में 3 घंटे बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। वहीं शहर के कई इलाकों में गुरुवार को अघोषित कटाैती होती रही।

बिजली कंपनी के कार्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पुराने शहर के कई क्षेत्रों में लाइन मेंटेनेंस कार्य के चलते गुरुवार को बिजली बंद रही। इसमें सुबह 9 से 11 बजे तक 11 केवी आगर रोड फीडर से चामुंडा माता मंदिर के पीछे का क्षेत्र, सिविल हॉस्पिटल के पीछे का क्षेत्र, बहादुरगंज, आर्य समाज मार्ग, मैली गली, लाल मस्जिद, योगेश्वर टेकरी, नईसड़क, कंठाल, सतीगेट आदि क्षेत्र में ट्रांसफार्मर बदलने के चलते लाइनें 2 घंटे बंद रही।

इसके अलावा सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक 11 केवी फीडर से बेगमबाग कॉलोनी, इंदिरा कॉलोनी, महाकाल क्षेत्र, हरिफाटक रोड, गरीब नवाज कॉलोनी, बेगमबाग क्षेत्र, गदा पुलिया, रविशंकर नगर आदि की लाइनें मेंटेनेंस के कारण बंद रखी गई।

शुक्रवार को भी सुबह 9.30 से दोपहर 12.30 बजे तक 11 केवी सुदामानगर फीडर से आनंदनगर, हीरा मिल क्षेत्र, सुदामानगर, तुलसीनगर, खंडेलवाल इंडस्ट्रीज, मायापुरी, परमल कारखाना आदि क्षेत्र की बिजली बंद रहेगी।

180 कॉलोनियां पहली बारिश में अंधेरे में डूबी थी

पहली बारिश में ही बिजली कंपनी के मेंटेनेंस की पोल खोल दी थी। 11 जून को हुई बारिश के पहले तक मेंटेनेंस के नाम पर 180 से अधिक कॉलोनियों आैर क्षेत्रों में बिजली की कटौती की गई थी लेकिन पहली बारिश में भी लगभग पूरा शहर अंधेरे में डूब गया। अब फिर से मेंटेनेंस के नाम पर बिजली की कटौती की जा रही है।

पानी की टंकियों को भरने में करीब 24 घंटे का समय लगता है। लाइन सुधार दी है लेकिन इसमें काफी समय लगा, जिससे पानी की टंकियों तक सप्लाई पर्याप्त मात्रा में शुरू नहीं हो पाई। इसके चलते शुक्रवार को जलसप्लाई तो की जाएगी लेकिन कम प्रेशर के साथ होगी।

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